जापान ने ‘चांद के निशानेबाज’ चांद्र उपग्रह SLIM को अंतरिक्ष में उतारा; ‘अजीब’ लॉन्ग-लेग्ड बर्ड-लाइक डायनासोर ने वैज्ञानिकों को प्रभावित किया और और

वर्तमान विज्ञान समाचार के संक्षेप में निम्नलिखित हैं। जापान ने ‘चांद के निशानेबाज’ चांद्र उपग्रह SLIM को अंतरिक्ष में उतारा

जापान ने अपने चंद्र अन्वेषण अंतरिक्ष यान को बुधवार को एक स्वदेशी H-IIA रॉकेट के साथ उतारा, जिसका आशा है कि वे अगले साल की शुरुआत में चांद पर उतरने वाले दुनिया के पांचवें देश बनेंगे। जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जैक्सा) ने कहा कि रॉकेट जापान के दक्षिणी भारत के तानेगाशिमा स्पेस सेंटर से योजनानुसार प्रक्षिप्त हुआ और स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) को सफलतापूर्वक रिलीज़ किया। पिछले महीने अवकाशकाल में तीन बार अवकाशन के कारण हुआ था।

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‘अजीब’ लॉन्ग-लेग्ड बर्ड-लाइक डायनासोर ने वैज्ञानिकों को प्रभावित किया

लगभग 148 से 150 मिलियन साल पहले, एक अजीब सा मुरगा आकार का और पक्षियों की तरह लंबे पैरों और हाथों वाला डायनासोर जो की पक्षियों की तरह दिखता था, दक्षिण पूर्वी चीन में बसा था, जिसका आकारण या तो यह तेज़ दौड़ने वाला था या आधुनिक वेडिंग बर्ड की तरह जीवन बिताता था। वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने फुजियान प्रांत में एक जुरासिक काल के डायनासोर के अवशेष खोजे हैं, जिसे उन्होंने फुजियनवेनेटर प्रोडिजिओसस का नाम दिया – एक प्राणी जो पक्षियों के उत्पत्ति के महत्वपूर्ण बदलाव की ओर प्रकाश डालता है।

जापान का ‘चांद के निशानेबाज’ प्रशिक्षण पूर्व स्थिति और टोक्यो के अंतरिक्ष लक्ष्यों का परीक्षण

जापान ने एक सस्ते लागत वाले “चांद के निशानेबाज” को उतारने का लक्ष्य रखा है, जिससे वे टोक्यो के अंतरिक्ष लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए सटीक उतरने की तकनीक का परीक्षण करेंगे। इस प्रक्षिप्ति के कुछ हफ्ते बाद ही भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के लिए पहले देश के रूप में कामयाब होकर राष्ट्रीय गर्व की बौछार की और नए अंतरिक्ष दौड़ को हाइलाइट किया, जिसमें निजी क्षेत्र भी शामिल है।

जापान की ‘चांद के निशानेबाज’ की उड़ान:

आपने सही पढ़ा, जापान ने अपने चंद्र अन्वेषण यान को आखिरकार उड़ान भरने के लिए अंतरिक्ष में भेज दिया है। इस यान का नाम है “स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून” यानि SLIM। यह यान जापान के खुदकी डिज़ाइन किए गए H-IIA रॉकेट के साथ उड़ान भरेगा। इस उड़ान के माध्यम से, जापान अपनी उच्चांकन क्षमता को प्रमाणित करने का प्रयास कर रहा है और उम्मीद है कि वे अगले साल चंद्र पर उतर सकेंगे, जिससे वे दुनिया के पांचवें देश बनेंगे जो चंद्र पर उतरते हैं।

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जापान के अंतरिक्ष अभिमान:

इस उड़ान का आयोजन तीन सप्ताह तक तीन बार रोकावटों के कारण हुआ था, लेकिन जब भी यह उड़ान भरने का समय आया, वे सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में पहुँच गए। यह घड़ी का दिल देने वाली क्षण है, क्योंकि इससे हमें जापान के अंतरिक्ष अभिमान का एक नया पहलु दिखता है।

‘अजीब’ डायनासोर का खोज:

अब हम चलते हैं ‘अजीब’ डायनासोर के पीछे की कहानी की ओर, जिसने वैज्ञानिकों को प्रभावित किया। इस डायनासोर का नाम है “फुजियनवेनेटर प्रोडिजिओसस”। यह डायनासोर लगभग 150 मिलियन साल पहले जीवित था और इसका आकार एक पक्षी की तरह था, जिसके पैर और हाथ पक्षियों के समान दिखते थे। वैज्ञानिकों को इस डायनासोर के विचित्र शरीर ने हैरान कर दिया, क्योंकि इसका शरीर पक्षी के जीवन शैली की तरह था, लेकिन यह सवाल है कि यह क्या तेज़ दौड़ सकता था या फिर किसी आधुनिक वेडिंग बर्ड की तरह जीवन बिता सकता था। इस डायनासोर के खोजने से हमें पक्षियों की उत्पत्ति के महत्वपूर्ण बदलाव की ओर एक कदम और किया गया है।

जापान के अंतरिक्ष उद्देश्य:

जापान की इस ‘चांद के निशानेबाज’ मिशन के पीछे का मकसद क्या है? जापान अंतरिक्ष में अपनी अग्रणी भूमिका बढ़ाने का प्रयास कर रहा है, जिसमें चंद्र की पूरी तरह से अध्ययन करने और विज्ञानिक अनुसंधान करने की योजना है। जापान का इस प्रक्षिप्ति से मकसद भी है कि वे अंतरिक्ष में अपनी भूमिका बढ़ाने के साथ-साथ एक सस्ते और कम-लागत यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें।

चांद के निशानेबाज: एक नया अंतरिक्ष दौड़:

चांद के निशानेबाज के लॉन्च के बाद, भारत ने भी अपने चंद्र अन्वेषण मिशन “चंद्रयान-2” के माध्यम से चंद्र के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर इतिहास रचा। इस मिशन से हमें चंद्र के रहस्यमयी और अज्ञात स्वरूपों की ओर एक और कदम बढ़ाने का मौका मिला।

समापन:

इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हमने आपको दुनिया के अंतरिक्ष अन्वेषण में जापान और उनके अजीब डायनासोर के खोजने की महत्वपूर्ण ख़बरें प्रस्तुत की हैं। इन मिशनों के माध्यम से वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष के रहस्यों का पर्दाफ़ाश करने का मौका मिलता है, और हमारे जीवन के संदर्भ में यह अनमोल जानकारी प्राप्त होती है। जापान और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के इन प्रयासों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे ज्ञान को नए आयामों और दरबारों तक ले जा सकता है।

आपके साथ यह समाचार साझा करके हमें गर्व है, और हम आपके साथ इस अन्तरिक्ष यात्रा में जुड़े रहेंगे। धन्यवाद!

इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने जापान के ‘चांद के निशानेबाज’ मिशन और अजीब डायनासोर के खोज की महत्वपूर्ण ख़बरों के बारे में चर्चा की है। यह ख़बरें वैज्ञानिकों के लिए एक नया अवसर प्रस्तुत करती हैं जो अंतरिक्ष के रहस्यों को खोलने का प्रयास कर रहे हैं। जापान और उनके अंतरिक्ष अभिमान के प्रयासों का समर्थन करते हुए, हम यह उम्मीद करते हैं कि आपको यह ब्लॉग पोस्ट रोचक और ज्ञानपूर्ण लगा। अंत में, अंतरिक्ष के रहस्यों के साथ हमारे जीवन में और भी रोचकता और आदर्श जोड़ सकता है।

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