भारत ने G20 में यूक्रेन समझौते पर सहमति प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

G20 सम्मेलन ने हाल ही में भारत की गरिमा को बढ़ावा दिलाने का मौका प्रदान किया, जब यहां पर यूक्रेन-रूस संघर्ष पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई, जिसमें सभी देशों को अपने-अपने के सूजर्षित भूगर्भीय और सार्वभौमिक अधिकारों का सम्मान करने की सिद्धांत का पालन करने के लिए बुलाया गया। इसे पश्चिमी शक्तियों के तरफ से संघर्ष को छोड़ने के रूप में देखा जा रहा है।

Image credit to msn.com)

इस महत्वपूर्ण घोषणा के पीछे की अद्वितीय कथा वो है, जिसमें भारत ने G20 के सदस्यों के बीच विवादास्पद मुद्दे पर सहमति प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान किया। इस परिप्रेक्ष्य में, भारत की टीम ने ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया जैसे उभरते हुए अर्थव्यवस्थाओं के साथ एक सीरीज़ के जरिए जीर्णोद्धारण में अच्छा प्रदर्शन किया।

घोषणा का पाठ: भारत के डिप्लोमेट्स का महत्वपूर्ण योगदान

G20 सम्मेलन की घोषणा का पाठ बनाने के लिए इसमें कई महीनों तक की मेहनत का नतीजा था, और उसमें भारत के G20 शेर्पा अमिताभ कांत की टीम का हिस्सा थे चार भारतीय विदेश सेवा के डिप्लोमेट्स।

एक ऐसे डिप्लोमेट हैं अभय ठाकुर, जो विदेश मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव हैं और जो अमिताभ कांत के G20 डेप्यूटी, यानि सूज शेर्पा के रूप में कार्यरत हैं।

अभय ठाकुर का रूसी भाषा में माहिर होना विशेष महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह भारत को अंतरराष्ट्रीय मामलों में और भी प्रभावी बनाते हैं। उन्होंने नेपाल और भूटान के साथ भी अपनी योगदान दिया है, जिससे वे भारत की दोनों साथी देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने में मदद करते हैं।

इस G20 सम्मेलन के परिप्रेक्ष्य में, भारत के डिप्लोमेट्स ने यूक्रेन समझौते के मुद्दे पर सहमति प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान किया है, जिससे विश्व के बड़े देशों के बीच यह साबित होता है कि डिप्लोमेसी की मदद से विवादों का समाधान निकाला जा सकता है। इसके साथ ही, यह घोषणा भी दिखाती है कि भारत की डिप्लोमेसी ने उपयुक्त वक्त पर उपयुक्त कदम उठाया है और उसने अपने संघर्षों को शांति से समाधान तक पहुँचाने के लिए विवादों को अल्पकालिक लाभ की बजाय दुनिया के बेहतर हित के लिए काम किया है।

समापन: डिप्लोमेसी का महत्व

G20 सम्मेलन ने हमें यह सिखाया कि डिप्लोमेसी की मदद से हम विश्व के महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान निकाल सकते हैं, और हमारे डिप्लोमेट्स इस काम को करने के लिए सबसे अच्छे तरीके से तैयार हैं। भारत के डिप्लोमेट्स की महत्वपूर्ण योगदान के साथ ही, हमें यह भी याद दिलाना चाहिए कि डिप्लोमेसी और विश्व सभ्यता के मानवता के लिए महत्वपूर्ण है, और हमें सभी के साथ मिलकर दुनिया को एक बेहतर स्थिति में लाने के लिए काम करना चाहिए।

इस घोषणा के माध्यम से, हमें यह सिखने को मिलता है कि डिप्लोमेसी की मदद से हम विश्व के महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान निकाल सकते हैं, और हमारे डिप्लोमेट्स इस काम को करने के लिए सबसे अच्छे तरीके से तैयार हैं। भारत के डिप्लोमेट्स की महत्वपूर्ण योगदान के साथ ही, हमें यह भी याद दिलाना चाहिए कि डिप्लोमेसी और विश्व सभ्यता के मानवता के लिए महत्वपूर्ण है, और हमें सभी के साथ मिलकर दुनिया को एक बेहतर स्थिति में लाने के लिए काम करना चाहिए।

भारत ने G20 में यूक्रेन समझौते पर सहमति प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

Leave a Comment