कैनेडा के पेंशन फंड ने निवेश किया है, पेटीएम, नायका से लेकर इन बैंकों में, ₹ 1 लाख करोड़ का निवेश

कैनेडा के पेंशन फंड ने निवेश किया है, पेटीएम, नायका से लेकर इन बैंकों में, ₹ 1 लाख करोड़ का निवेश

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नोट: यह एक समाचार लेख है, और यहां केवल सूचना दी जा रही है बिना किसी प्रकार के विज्ञापन के।

कैनेडा के पेंशन फंड ने भारतीय बाजार में निवेश की खबरें हाल ही में चर्चा का केंद्र बनी हैं, और यहां हम आपको उन निवेशों के बारे में जानकारी देंगे जिन्होंने ₹ 1 लाख करोड़ के करीब के निवेश किए हैं।

कैनेडा और भारत के बीच संबंध बिगड़ते जा रहे हैं, इसके पीछे एक कारण भी है। कनाडा ने भारतीय डिप्लोमैट को देश से निकालने की खबरों के बाद, यह दावा किया है कि दोनों देशों के बीच के संबंध खराब हो रहे हैं। हरदीप सिंह नज्जर, खालिस्तान टाइगर फोर्स के मुख्य, की हत्या के बाद, कनाडा ने भारत का आरोप लगाया है और कहा है कि भारत सरकार का इसमें भूमिका है। हालांकि, भारत ने इस आरोप को पूरी तरह से खारिज किया है और कहा है कि यह एक बेतुका और संवेदनशील आरोप है। लेकिन इस सबके बीच, दोनों देशों के व्यापार और निवेश पर भी असर पड़ रहा है।

कैनेडियन पेंशन फंड निवेश बोर्ड (CPPIN) ने भारत की कई सूचीबद्ध और असूचीबद्ध कंपनियों में निवेश किया है। हाल की जानकारी के अनुसार, इन निवेशों ने भारत में लगभग ₹ 1 लाख करोड़ का निवेश किया है। आइए जानते हैं, कैनेडा पेंशन फंड ने किन-किन बड़ी कंपनियों में निवेश किया है। इसका आधार कंपनियों के हिस्सेदारी पैटर्न के आधार पर है, जो जून क्वार्टर तक है।

डेलिवरी (Delhivery): जून क्वार्टर के अनुसार, कैनेडा पेंशन फंड डेलिवरी में कुल 6% हिस्सेदारी रखता है। यह कंपनी आखिरी साल ही स्टॉक मार्किट में लिस्ट हुई थी। अगर हम सोमवार के बंद होने वाले मूल्य की बात करें, तो इस 6% हिस्से की मान ₹ 1,878 करोड़ है।

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कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank): कैनेडा पेंशन फंड की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, कैनेडियन पेंशन ने 2015 में इस बैंक में उदय कोट के साथ 1.15 बिलियन कैनेडियन डॉलर का निवेश किया था। हाल के हिस्सेदारी डेटा के अनुसार, इस पेंशन फंड की हिस्सेदारी बैंक में 2.68% है। जून क्वार्टर तक, इस पेंशन फंड की हिस्सेदारी 1.66% थी। सोमवार के बंद होने वाले मूल्य के अनुसार, इस निवेश की मान ₹ 9,582 करोड़ है।

जोमैटो (Zomato): CPPIB ने भारत की कई नई आयु की कंपनियों में निवेश किया है। जून क्वार्टर तक के हिस्सेदारी पैटर्न के अनुसार, CPPIB इस कंपनी में 2.37% हिस्सेदारी रखता है, जिसका कुल मूल्य वर्तमान में ₹ 2,078 करोड़ है।

पेटीएम (Paytm): CPPIB ने इस कंपनी में एंकर निवेशक के रूप में निवेश किया है। कैनेडा पेंशन फंड की हिस्सेदारी पेटीएम में 1.76% है, जिसकी मूल्यांकन बुधवार के बंद होने वाले मूल्य के अनुसार लगभग ₹ 973 करोड़ का है।

कैनेडा के पेंशन फंड के इन निवेशों के माध्यम से, वे भारत के विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह निवेश दोनों देशों के बीच के आर्थिक संबंधों को मजबूती देता है, लेकिन विचार के लिए इसे एक बड़े राजनीतिक मामले के रूप में भी देखा जा सकता है।

इसके अलावा, हम यह भी नहीं भूल सकते हैं कि भारत और कैनेडा के बीच के संबंध और भी विवादित हो चुके हैं। कैनेडा ने भारतीय डिप्लोमैट को निकालने का आरोप लगाया है, और इसका बदला लेते हुए कहा है कि भारत ने हरदीप सिंह नज्जर की हत्या में भूमिका निभाई है। यह आरोप भारत ने कट्टरता से खारिज किया है, और कहा है कि यह एक बेतुका और दृढ़ता बख्शा गया आरोप है।

इसके अलावा, कैनेडा के पेंशन फंड ने भारतीय वित्तीय बाजार में निवेश करके दोनों देशों के बीच के व्यापार और निवेश को बढ़ावा दिया है। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि आर्थिक सहयोग किसी भी दोनों देश के लिए महत्वपूर्ण है, चाहे वो विदेशी निवेश के रूप में हो या फिर संवाद के माध्यम से।

इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि कैनेडा के पेंशन फंड कैसे भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं और किन-किन कंपनियों में उनका निवेश है। इससे साबित होता है कि वे भारत के विकास में बड़ा योगदान कर रहे हैं और उनका निवेश भारतीय बाजार को मजबूती देता है। इसके साथ ही, यह पोस्ट भारत और कैनेडा के बीच के व्यापारिक संबंधों के बढ़ते महत्व को भी दर्शाती है, और कैसे ये विवादित मुद्दों के बावजूद दोनों देशों के बीच के निवेश को प्रभावित कर रहे हैं।

धन्यवाद।

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